Does Peepal Tree Release Oxygen at Night? क्या पीपल का पेड़ रात को भी ऑक्सीजन छोड़ता है?
सोशल मीडिया पर अनेक प्लेटफॉर्म्स पर आपको ऐसी पोस्ट्स मिल जाएँगी, जो ये दावा करती हैं कि पीपल का पेड़ 24 घंटे ऑक्सीजन देता है, मतलब रात को भी ऑक्सीजन देता है. कुछ जगह पीपल के साथ बड़ और तुलसी के बारे में यही लिखा मिलता है.
तो क्या पीपल का पेड़ रात में ऑक्सीजन छोड़ता है?
नहीं!!
पेड़-पौधे जानवरों की ही तरह चौबीस घंटे सांस लेते हैं. इस क्रिया में पेड़-पौधे वायुमण्डल से ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं. सूर्य के प्रकाश में पेड़-पौधे एक और महत्त्वपूर्ण क्रिया करते हैं, जिसे प्रकाश-संश्लेषण कहते हैं. इस क्रिया में वे वायुमण्डल की कार्बन डाई ऑक्साइड और जल-वाष्प को लेकर अपना ग्लूकोज़ स्वयं बनाते हैं. इस काम में उनका हरा रंजक (क्लोरोफ़िल) महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है और सूर्य का प्रकाश भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसी प्रकाश-संश्लेषण के दौरान ग्लूकोज़ के साथ ऑक्सीजन बनती है, जिसे वायुमंडल में वापस छोड़ दिया जाता है. इसका अर्थ यह हुआ कि यदि पौधा या पेड़ हरा न हो और सूर्य का प्रकाश ना हो, तो प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया नहीं होगी और ग्लूकोज़ और ऑक्सीजन का निर्माण नहीं होगा.
पेड़-पौधों की सतह पर स्टोमेटा नामक छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जिनसे गैसों और जल-वाष्प का लेन-देन होता है. पीपल का पेड़ शुष्क वातावरण में पनपता है, सूखे गर्म माहौल में पेड़ का पानी न निचुड़ जाए, इसलिए पीपल दिन में अपेक्षाकृत अपने स्टोमेटा बन्द करके रखता है, जिससे वह दिन में पानी की कमी से लड़ पाता है. लेकिन इसका नुकसान यह है कि दिन में प्रकाश-संश्लेषण के लिए कार्बनडाई ऑक्साइड उसकी पत्तियों में प्रवेश नहीं कर पाती. तो पीपल व उसके जैसे कई पेड़-पौधे रात को अपने स्टोमेटा खोलते हैं और हवा से कार्बन-डायऑक्साइड बटोरते हैं. उससे मैलेट नामक एक रसायन बनाकर रख लेते हैं. ताकि फिर आगे दिन में जब सूरज चमके और प्रकाश मिले, तो प्रकाश-संश्लेषण में सीधे वायुमण्डलीय कार्बन डाईऑक्साइड की जगह इस मैलेट का प्रयोग कर सकें.
तो पीपल का पेड़ और ज़्यादातर रेगिस्तानी पौधे (नीम, स्नेक प्लांट, अरीका पाम, ऑर्किड, तुलसी आदि) रात को भी कार्बनडाई ऑक्साइड का शोषण करते हैं. रात को कार्बनडाई ऑक्साइड लेकर उससे मैलेट बनाकर आगे प्रकाश-संश्लेषण के लिए इस्तेमाल करने की यह प्रक्रिया CAM (क्रासुलेसियन एसिड मेटाबोलिज्म) के नाम से जानी जाती है.
तो पीपल रात को ऑक्सीजन नहीं छोड़ता, वह वायुमण्डल से कार्बन डाई ऑक्साइड बटोरता है ताकि दिन में अपनी जल-हानि से बच सके.