NCERT 12th Economics – Unit 3 – Chapter 6 – उत्पादन फलन तथा कुल, औसत व सीमान्त उत्पादन की धारणाएँ: (Production Function and Concepts of Total, Average and Marginal Production) वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं लघुत्तरात्मक प्रश्न

1. उत्पादन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: आगतों का निर्गतों में रूपांतरण उत्पादन कहलाता है।

2. उत्पादन फलन क्या होता है?

उत्तर: आगतों और निर्गतों का फलनात्मक संबंध उत्पादन फलन कहलाता है।

3. उत्पादन फलन कितने प्रकार का होता है?

उत्तर: उत्पादन फलन कितने प्रकार का होता है:

  • अल्पकालीन उत्पादन फलन
  • दीर्घकालीन उत्पादन फलन

4. अल्पकालीन उत्पादन फलन क्या होता है?

उत्तर: अल्पकाल समय की वह अवधि है जिसमें उत्पादन के कुछ कारक स्थिर होते हैं और कुछ कारक परिवर्तनशील होते हैं।

5. दीर्घकालीन उत्पादन फलन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: दीर्घकाल समय की वह अवधि है जिसमें उत्पादन के सभी कारक परिवर्तनशील होते हैं।

6. कुल उत्पादन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: एक निश्चित समय में उत्पादित की गई वस्तुओं और सेवाओं की कुल मात्रा कुल उत्पादन कहलाती है।

7. सीमांत उत्पादन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: परिवर्तनशील कारक की एक अतिरिक्त इकाई कम या अधिक लगाने से कुल उत्पादन में जो अंतर आता है उसे सीमांत उत्पादन कहते हैं।

8. औसत उत्पादन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: परिवर्तनशील कारक के प्रति इकाई उत्पादन को औसत उत्पादन कहा जाता है।

9. कुल उत्पादन कब अधिकतम होता है?

उत्तर: जब सीमांत उत्पादन शून्य होता है तब कुल उत्पादन अधिकतम होता है।

10. जब सीमांत उत्पादन ऋणात्मक होता है तो कुल उत्पादन की क्या स्थिति होती है?

उत्तर: जब सीमांत उत्पादन ऋणात्मक होता है तो कुल उत्पादन घटता है।

11. उत्पादन के स्थिर कारक कौन से होते हैं?

उत्तर: जिन की मात्रा उत्पादन में परिवर्तन होने से परिवर्तित नहीं होती उन्हें उत्पादन के स्थिर कारक कहते हैं, जैसे मशीनें तथा पूँजी।

12. उत्पादन के परिवर्तनशील कारक कौन से होते हैं?

उत्तर: जिनमें उत्पादन में परिवर्तन के साथ परिवर्तन हो जाता है उन्हें परिवर्तनशील कारक कहते हैं, जैसे श्रम तथा कच्चा माल।

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